हे ! मेरे प्राणप्रिय भारत तेरी जगत में जय हो सदा। हे ! मेरे प्राणप्रिय भारत तेरी जगत में जय हो सदा।
आधुनिकता को छोड़ लेगा राम का नाम भारत की भूमि को करें विश्व कोटि-कोटि प्रणाम। आधुनिकता को छोड़ लेगा राम का नाम भारत की भूमि को करें विश्व कोटि-कोटि प्रणाम...
ना कोई जाति-धर्म ना कोई भेद-भाव ना कुछ, समभाव ही आज़ादी का फरमान होना चाहिये। ना कोई जाति-धर्म ना कोई भेद-भाव ना कुछ, समभाव ही आज़ादी का फरमान होना चाहिये।
हँसते रहना हँसाते रहना हँसी में बीत जायेगा ये साल भी। हँसते रहना हँसाते रहना हँसी में बीत जायेगा ये साल भी।
मौसम भी कितना सुहावना है हो जाता चैत्र माह के साथ ही नवरात्रों का पर्व है आता। मौसम भी कितना सुहावना है हो जाता चैत्र माह के साथ ही नवरात्रों का पर्व है आ...
मैं खोज रहा था जब हाला जब हाथ लिए खाली प्याला तुम आई किसी अप्सरा सी मैं तुरत हो गया मतवाला तुम ह... मैं खोज रहा था जब हाला जब हाथ लिए खाली प्याला तुम आई किसी अप्सरा सी मैं तुरत ...